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किडज़ानिया इंडिया का लक्ष्य दुनिया में सबसे बड़ा बाज़ार बनने का - पांच अतिरिक्त शहरों में विस्तार के लिए 50 मीलियन डॉलर निवेश किए जाएंगे

 प्रसिद्ध पुरस्कार विजेता वैश्विक इंडोर थीम पार्क किडज़ानिया इंडिया ने गौरव के साथ अपनी 10वीं सालगिरह की घोषणा की है। यह कंपनी पिछले 10 वर्षों से नन्हे आगंतुकों और उनके परिवारों को इनोवेटिव ऐजुटेनमेंट अनुभव प्रदान करती आ रही है। बीते एक दशक के दौरान किडज़ानिया इंडिया ’ऐजुटेनमेंट’ कॉन्सेप्ट के साथ उल्लेखनीय काम करती रही है। ’ऐजुटेनमेंट’ शिक्षा और मनोरंजन का संयोजन है जो बच्चों को सक्षम बनाता है कि वे रचनात्मकता, शिक्षा और आनंद के साथ, रोल प्लेइंग गतिविधियों के माध्यम से विभिन्न व्यवसायों में प्रयोग कर सकें। कंपनी 10 वर्षों की उपलब्धि के मौके पर जश्न की तैयारी में है।



किडज़ानिया के प्रेसिडेंट और सीईओ ज़ेवियर लोपेज़ ऐन्कॉना ने कहा, ’’दुनिया भर के बच्चों का अवलोकन करके मैंने उनके व्यवहार और खेल में समानताओं की पहचान की। बच्चों में मौजूद कभी न समाप्त होने वाली जिज्ञासा और खुद कर के, अनुभव से सीखने वाली उत्सुकता से किडज़ानिया का विचार प्रकट हुआ। मैंने एक ऐसी दुनिया की कल्पना की जहां शिक्षा और मनोरंजन का मेल हो सके, जो एक सौहार्दपूर्ण फ्यूज़न बने। किडज़ानिया इस विश्वास का प्रतीक है कि शिक्षा प्राणपोषक होनी चाहिए; जहां युवा मस्तिष्क वास्तविक जीवन के परिदृश्यों से जुड़ें, विकल्प चुनें और टीमवर्क के महत्व को समझें। भारत में किडज़ानिया के 10 वर्ष पूरे करने का उत्सव मनाते हुए हमारा ध्येय है दृढ़ रहने काः भविष्य के नेताओं को एक ऐसा मंच मुहैया कराना है जहां वे ऐक्स्प्लोर करने को प्रोत्साहित हों, उनकी रचनात्मकता को पोषण मिले और वे अन्वेषण के आनंद से परिचित हो सकें। इस पोषणकारी स्पेस में हम कल के लीडरों को सशक्त करते हैं।’’



भारत में किडज़ानिया के सफर पर अपने विचार साझा करते हुए किडज़ानिया इंडिया के संस्थापक और प्रोमोटर पारस चंदारिया ने कहा, ’’किडज़ानिया में हमारी निवेश की पसंद वित्त से परे जाती है। यह शिक्षा, मनोरंजन और अगली पीढ़ी के अग्रणियों के भविष्य में निवेश है। तेजी से बदलती दुनिया में सिखाने के अभिनव तरीके युवा मस्तिष्कों को संलग्न करने के लिए अहम हैं और साथ ही इससे उन्हें भविष्य की चुनौतियों के लिए भी तैयार किया जाता है। किडज़ानिया इस आवश्यकता को अच्छी तरह पूरा करता है, यहां बच्चों को सीखने का इमर्सिव अनुभव मिलता है, जिससे न केवल उनका मनोरंजन होता है बल्कि उन्हें जरूरी जीवन कौशल भी सीखने को मिलते हैं जैसे फैसला लेना, मिलजुल का काम करना और समस्या का समाधान करना। यह निवेश एक विश्वास है उज्जवल भविष्य और ज्यादा समर्थ भविष्य हेतु युवा मस्तिष्कों को पोषित करने का तथा इस परिवर्तनकारी यात्रा में योगदान करते हुए हम रोमांचित हैं।’’



अपने सफर में किडज़ानिया इंडिया ने एक मजबूत ब्रांड पार्टनरशिप बनाए रखी जिन्होंने सहयोगात्मक सफलता में योगदान दिया है। शुरुआत पार्ले ब्रांड से हुई थी जो सबसे लंबी अवधि तक किडज़ानिया का पर्याय बना रहा और पार्क की वृद्धि का वह अभिन्न अंग रहा। इसके साथ ही किडज़ानिया इंडिया नेे टीवीएस और महिन्द्रा लाइफस्पेसिस जैसे बड़े उद्योगों के साथ सहभागिता की और आगंतुकों के लिए अनुभवों की रेंज में इजाफा किया। किडज़ानिया के अब 24 परपज़ पार्टनर हैं, ये सभी विविध और दिलचस्प गतिविधियों में योगदान दे रहे हैं जिन्हें बच्चे ऐक्सप्लोर कर सकते हैं।


’’महामारी के बाद हमने धीरे-धीरे रिकवरी देखी है, हमारे दोनों सेंटरों पर आगंतुकों की संख्या महामारी के पहले वाले स्तर पर लौट रही है। बीते दस वर्षों में आगंतुकों की तादाद ने अब 7.2 मीलियन को छू लिया है। अगले दो वर्षों में हम पांच अतिरिक्त बाजारों में अपना विस्तार करेंगे जो हैं- बैंगलोर, अहमदाबाद, हैदराबाद, चेन्नई और पुणे। जो लोकेशन हम तय करेंगे उनके हिसाब से फॉरमेट अलग हो सकता है, जिसमें छोटे सेंटर भी हो सकते हैं। अगले 8-10 वर्षों में भारत दुनिया भर में किडज़ानिया के लिए सबसे बड़ा बाजार बन सकता है, कम से कम 7-8 सेंटरों के साथ भारत मेक्सिको को पीछे छोड़ देगा जहां चार सेंटर हैं। इसी तरह, ऐसे टियर 2 बाजारों और उभरते शहरों में भी विस्तार किया जाएगा जहां बच्चों की बड़ी आबादी है,’’ चंदारिया ने कहा।

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